पुस्तक-‘इति बेद बदंति न दंतकथा में श्रीराम और संतशिरोमणि तुलसीदास जी की रामचरित मानस के नवनीत को 29 शोध आलेखों के रूप में समाहित किया गया है।यह पुस्तक श्री राम में आस्था रखने वालों के ज्ञान में तो वृद्धि करते हुए उन्हें मानसिक खुराक प्रदान करेगी ही, उस जनमानस, जो अज्ञानतावश दिग्भ्रमित हो गये थे की बहुत सी जिज्ञासाओं को भी शान्त करने हेतु ज्योतिपुंज का काम करेगी। श्री राम चरित मानस एवं संत शिरोमणि तुलसीदास जी के विषय में इस पुस्तक में ऐसे गूढ़ रहस्यों का उद्घाटन करने वाले आलेख हैं जिनको पढ़कर आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे। डॉ.दिनेश पाठक ‘शशि’