नॉर्वे को दुनिया के खुशहाल देशों में गिना जाता है। लेखक इस तफ़तीश पर निकलते हैं कि आख़िर यह देश वाक़ई खुशहाल है या ख़ुशहाली एक भ्रम है। क्या भारत इन देशों से कुछ सीख सकता है या ये देश भारत से कुछ सीख सकते हैं?
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Khushahali ka panchanama / ख़ुशहाली का पंचनामा
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प्रवीण कुमार झा
प्रवीण कुमार झा विविध रुचि के लेखक हैं, जिनकी हर पुस्तक अलग ही कलेवर है। उनकी चर्चित पुस्तक ‘कुली लाईंस’ (वाणी प्रकाशन) गिरमिटिया इतिहास पर गम्भीर शोध है, वहीं ‘वाह उस्ताद’ (राजपाल प्रकाशन) हिंदुस्तानी संगीत घरानों का क़िस्सों के माध्यम से इतिहास है जिसे 2021 में ‘Book Of The Year’ (कलिंग लिटरेचर फ़ेस्टिवल) से सम्मानित किया गया