कुछ अनकही बातें...
ये किताब लेखक के आत्मीय जीवन से सम्बन्धित है इसमें सफर से लेकर लेखक की एक विडम्बना को लेकर काफी चर्चा हुई है । इसके लेखक ने अपने जीवन की उस सच्चाई को बताने की कोशिश की है जो वो किसी को नहीं बता सकते। किताब बोल चाल की भाषा हिन्दी में लिखी गई है।
किताब को लिखने वाले कोई लिखक नहीं है। लेखक को लिखने का बचपन का शौक था उन्होंने बचपन में कुछ कविताएं, कहानियां लिखी बाद में उन्हें शायरी का रूप दे दिया उन्होंने जेईई मेंस भी क्लियर की बाद में उनके घरेलू समस्या के चलते उन्होंने कॉलेज नहीं लिया और बी. ए. करने लगे । लेखक राजस्थान में झालावाड़ जिले के अकलेरा से है उनकी वहा एक दुकान भी है : मधु श्री कलेक्शन नाम से ।