Share this book with your friends

LOKATANTRA / लोकतन्त्र कहाँ तक

Author Name: Kumar Samvad | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह पुस्तक लोकतंत्र की खोज संसद भवन या नेताओं की रैली में नहीं करती है। यह पुस्तक लोकतन्त्र की खोज करती है चाय की चर्चाओं में, रेल के डिब्बों में, शयनकक्ष में, परिवार के निर्णयों में, प्रेमियों की चर्चाओं में, प्र्कृती के साथ सम्बन्धों में, ईश्वर की भक्ति में और जिहाद के नारों के बीच में। यह पुस्तक लोकतन्त्र को राजनीतिक आले से निकालकर धरातल पर बिछाने का प्रयास करती है।

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

कुमार संवाद

परिचय मेरी पुस्तक की प्रासंगिकता को बढ़ा तो सकता है क्यूंकी उससे मेरा विषय पर अधिकार सिद्ध हो जाएगा किन्तु वह उस लोकतन्त्र की भावना के विरूद्ध है जो प्रत्येक चेतना को महत्वपूर्ण समझती है। मुझे अपनी लोकतान्त्रिक चेतना की अभिव्यक्ति मात्र समझ कर इस पुस्तक में प्रवेश करें ताकि यह पुस्तक आपको अपनी अनुभव हो।

Read More...

Achievements

+7 more
View All