ये सभी कहानियां इन विद्वान कहानीकारों की चर्चित और सुप्रसिद्ध कहानियां है। इनमें अलका प्रमोद की ‘जादुई दस्ताने’, इंद्रजीत कौशिक की ‘सोचेंगे’, ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ की ‘काल्पनिक भूत’, कीर्ति श्रीवास्तव की ‘दीपावली का ईनाम’, डॉ.कुंवर प्रेमिल की ‘भीम की लाइब्रेरी’, गोविंद शर्मा की ‘काचू की टोपी’, पवन कुमार वर्मा की ‘मिट्ठू चाचा’ चर्चित कहानियां है।
इनमें से अधिकांश कहानियां पुरस्कृत कहानियां है। जिनकी वजह से कहानीकारों को विभिन्न सम्मानों से नवाजा गया है। इसलिए इस संकलन में संकलित कहानियां अपने आप में श्रेष्ठ कहानियां हैं जिन्हें आपके लिए प्रस्तुत किया गया है।