प्रस्तुत शायरी संग्रह , पांच भागों में - "तेरी याद , सजा , तनहाई , जिंदगी और मोहब्बत" में व्यवस्थित है। एक परंपरागत विषय है, जो सदैव नवीन है, वह है-‘प्रेम’। यह झरने की तरह सदैव प्रवाहित है, जो निरंतर है, गिरता है, उठता है पर कभी समाप्त नहीं होता।अपितु हर बार ऊंचाई से गिरकर जब उठता है, तो छटा बिखेरता है। अपने मोहपाश में हम सबको बांध लेता है। इसका आकर्षण नियत है, जो कभी समाप्त नहीं होता। इस झरने का उद्भव भी स्वत: है, और कभी-कभी एक रहस्य है। इसकी रफ्तार धीमी है, तो कभी तेज है, परंतु निरंतर है।
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