You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palअथर्व कि कामयाबी के पीछे एक स्याह हकीकत थी, उनका यही शौक उनके लिए जानलेवा हो गया, उसकी जिंदगी में सयाली नाम कि एक रहस्यमई लड़की आती है । जिसके बाद से उनके साथ सब कुछ अजीब होने लगा, अनचाही घटनाएं घटने लगती हैं । अथर्व के साथी और उसके संपर्क में जो भी लोग आते उनकी मौत होने लगी ।अथर्व इस दलदल से निकलना तो चाहता था लेकिन चाह कर भी वो ऐसा नहीं कर पा रहा था ।
कोई अदृश्य शक्ति उसे ऐसा करने करने पर मजबूर कर रही थी, शापित जगह खुद ही उसे ढूढ़ने लगी, अंततः अथर्व की हालत किसी नरभक्षी भेड़िये कि तरह हो गई ।
क्या अथर्व मौत के उस दलदल से निकल पायेगा ?
वो रहस्यमई लड़की सयाली कौन थी, अथर्व का उसके साथ क्या सम्बन्ध है ?
कौन हैं वो अदृश्य शक्ति जो अथर्व को मौत के मुँह में धकेल रही थी ?
इन सब सवलों के जबाब आपको पूरी उपन्यास पढ़ने के बाद ही मिल पायेगा ।
धर्मेंद्र मिश्रा
धर्मेंद्र एक जाने माने हिंदी पुस्तक लेखक और दार्शनिक हैं जिन्होंने कई किताबें ,उपन्यास और कहानियों लिखी हैं जैसे; दयारा, मुहाना, धारणावाद, लम्पट, कहानी संसार, सैर सपाटा...1 से 4 तक कक्षा की हिंदी पाठ्य पुस्तक और व्याकरण भी लिखी है।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.