मेरी लिए " दिल छूती वाणी " का संपादन करना मेरी जिंदगी का एक अनमोल पल था ! “दिल छूती वाणी” अर्थात् जो शब्द दिल को छूँ जाए।
कबीर दस का दोहा याद होगा जो हम सभी ने ना जाने कितनी बार सुना होगा!
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय |
औरन को शीतल करै, आपहु शीतल होय ||
अर्थात् अहंकार का त्याग करके ऐसी वाणी में बात करें कि औरों के साथ-साथ स्वयं को भी खुशी मिले | अर्थात मीठी वाणी से ही दिल जीते जाते हैं अगर हम मीठे शब्दों का प्रयोग अपनी भाषा में करेंगे तो हमें खुद को तो अच्छा लगेगा ही साथ ही हम से बात करने वाले व्यक्ति को भी अच्छा लगेगा। आपका कहा एक शब्द ही सामने वाले इंसान का दिल छू सकती है। इस पुस्तक में हमने ऐसी ही वाणी का प्रयोग किया है जो आप सभी बच्चों और उनके माता पिता के मन को छू जाए। हमारी यह पुस्तक बच्चों और उनके माता-पिता को समर्पित है। हमने इस पुस्तक में बच्चो के मन के हर सवाल का जवाब देने का प्रयत्न किया है। कि कैसे वो अपने आप को मजबूत और साहसी बना सकते है। साथ ही माता-पिता के मन की बात और सवालो को भी इस किताब में शामिल किया गया है। उम्मीद करते है। आपको हमारी यह पुस्तक पसंद आए।
मैं , संपादक के रूप ने यह पहली पुस्तक आप लोगों के हाथों में सोपते हुए अत्यंत ही प्रसन्नता का अनुभव कर रही हूँ। इस कार्य में मैं कितना खरी उतरी यह तो बस आप पाठकों को तय करना है। उम्मीद है कि आप सभी साहित्यसुधी इस पुस्तक का स्वागत करेंगे और मुझे आने वाले समय में और बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हुए आशीष प्रदान करेंगे ।
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