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Ghadi ki wo sui / घड़ी की वो सुई

Author Name: Abhishek Shrivastava | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

‘‘घड़ी की वो सुई’’ उस बुजुर्ग व्यक्ति की ओर ध्यान आकर्षित करती है, जो घर का तथाकथित मुखिया तो है, लेकिन उसकी महत्ता घड़ी की उस सुई की तरह ही हो गई है, जो घड़ी चलने का प्रमाण तो देती है, लेकिन जब भी लोगों की निगाहें घड़ी पर जाती है तो उस सुई पर किसी का ध्यान नहीं जाता। उस सुई का महत्व तभी पता चलता है, जब वह रुक जाती है, और घड़ी बंद हो जाती है।

जिस तरह घड़ी की सुईयों का महत्व संयुक्तता में है वैसे ही परिवार के सदस्यों का महत्व भी संयुक्तता में हैं, इसी विचारधारा को बढ़ावा देने वाली ये रोमांचित कहानी प्रस्तुत है  ‘‘घड़ी की वो सुई’’ 

 

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अभिषेक श्रीवास्तव

जबलपुर (मध्यप्रदेश) निवासी लेखक अभिषेक श्रीवास्तव, जिन्होंने एम.काॅम (ई-काॅमर्स) रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से, संगीत भातखंडे संगीत महाविद्यालय से, एम.एससी. कम्प्यूटर साइंस से पूर्ण की है, वर्तमान में पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त करने की पूर्णता की ओर अग्रसर हैं, और आंतरिक अंकेक्षक हैं।
41 वर्षीय अभिषेक श्रीवास्तव अपने पिता डाॅ. संत शरण श्रीवास्तव को अपना प्रेरणास्रोत मानते रहे हैं, और उन्हीं के दिखाये मार्ग पर अग्रसर हैं।

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