डार्विन का सिद्धांत जितना महत्वपूर्ण रहा, उतना ही विवादित भी। जिसे मानना और खारिज करना, दोनों ही मुश्किल रहा। इस सिद्धांत की यात्रा हमें ऐसी दृष्टि देती है, जो हर मनुष्य में छुपी हो सकती है। एक जहाज यात्रा ने कैसे एक पादरी बनने जा रहे व्यक्ति को बदल कर रख दिया? पृथ्वी के असंख्य जीव-जंतुओं को देखने का नजरिया बदल दिया। जिस व्यक्ति ने स्वयं विज्ञान की शिक्षा पूरी नहीं की, उसका सिद्धांत विज्ञान की पुस्तकों में अंकित हो गया। यह ललित निबंध शैली का उपन्यास इन्हीं बिंदुओं को समझने का एक प्रयास है।