कहानी के मूल में एक गहरी गलतफहमी है जो मुख्य किरदारों के बीच पनपती है, एक इम्तिहान, जहाँ उनके विश्वास हिंसक रूप से टकराते हैं। लेखक ने गलतफहमियों और अधूरी इच्छाओं से भरे रिश्ते से उत्पन्न होने वाले अशांत जज्बातों की तलाश की है। जैसे-जैसे बेवफाई प्यार की लकीरों को धुंधला करती है लड़की खुद को बदलें के चक्र में फंसा हुआ पाती है पागलपन की भावनाओं और साथ ही अपने मानसिक स्वास्थ्य से जूझती है, ये कहानी पाठकों को यह सोचने पर मझबूर कर देगी कि कैसे गलतफहमियां प्रे