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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palसाधारण जनमानस के ज्ञान में नई ऊर्जा एवं स्फूर्ति लाने के लिए तथा मानव जीवन को सार्थक, चरितार्थ एवं कृतार्थ बनाने के लिए यह ज्ञानोदय माला एक प्रेरणा के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत की गई है। धार्मिक धारणाओं को ध्यान में रखते हुए प्रातः स्मरणीय पूज्य पाद देव, ऋषि एवं पितृ गणों को शब्द श्रद्धा सुमन के रूप में यह सादर समर्पित है। आजकल की भागती ज़िन्दगी में हम या तो ग्रंथों के अध्ययन के लिए समय नहीं निकाल पाते या अधिक पृष्ठ के कारण पढ़ने के इच्छुक नहीं होते, अतः संग्रह कर्ता ने यह शब्द सुमन की ज्ञानोदय माला सभी पाठक बंधुओं को सुगम अध्ययन एवं सद्चरित्र मार्ग पर चलकर पितृ गणों की प्रसन्नता हेतु एक उपहार स्वरूप प्रदत्त की है ।
यह शब्द सुमन संग्रह ज्ञानोदय माला समर्पित आपको करता हूंँ। कुछ और नहीं देते मुकुंद जय माता की जय ही कहता हूंँ।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.बाल मुकुंद पाण्डेय
बालमुकुंद पाण्डेय
प्राथमिक शिक्षा ग्रामीण स्तर तथा स्नातक मऊनाथ भंजन ,स्नातकोत्तर काशी विश्वविद्यालय से सम्पूर्ण कर ,1971 से 79 गाजीपुर में शिक्षण कार्य .1980 - 82 भारतीय रेलवे सेवा ,82 - 2008 तक इंडियन ऑयल में कार्यरत रहे ,अवकाश प्राप्त कर भगवत भजन में तल्लीन हूँ । बचपन से ही कविता तथा भजन लिखने का शौक रहा । सौभाग्यवश सम्पूर्ण भागवत कथा कहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । यह पुस्तक प्रयागराज में धर्मपत्नी तथा बच्चों के सहयोग से सम्पूर्ण हुई ।
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