वेद स्तुति श्रीमद्भागवत महापुराण के दशम स्कन्ध में वर्णित है। इसे श्रुति गीता भी कहते हैं। इसमें वेदों के द्वारा भगवान् विष्णु के तात्त्विक स्वरूप का वर्णन किया गया है। प्रस्तुत संस्करण निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु के द्वारा वेदस्तुति पर लिखी गयी सर्वोत्तमा टीका तथा श्रीश्रीधरस्वामी की नारसिंही टीका के हिन्दी अनुवाद के साथ है।