इन्सानियत
By hanamant rajaram yadav in Poetry | वाचलं गेलेलं: 288 | लाइक: 0
जलती है तो जलने दो , वो जिंदा कहा है।... लाश ही तो है इन्सानियत , वो जिंदा कहा है।... कितने अरसे बीत गए,  एक लब्ज न देखा सा  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 4,2020 07:38 PM
अंदाज़े बयां
By M Tasleem in Poetry | वाचलं गेलेलं: 287 | लाइक: 0
उनके अंदाज़े बयां का क्या कहना कभी नज़रों से कभी लफ्जों से कभी चूड़ी की खनक कभी पायल की छनक कभी होंठों से बात करते हैं उ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 30,2020 05:56 PM
मैं कुछ ऐसा कर जाऊँगा
By Ravi Ranjan in Poetry | वाचलं गेलेलं: 287 | लाइक: 0
उदासियों की वजह तो बहुत है जिंदगी में क्या करें.. गम भी बहुत दिये हैं जिंदगी ने हमें जो भी अजीज़ था वो सब छीना है हमसे अ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 22,2020 02:45 PM
बुनियाद
By Shantanoo Mishra in Poetry | वाचलं गेलेलं: 287 | लाइक: 0
जल रही बुनियाद कहीं हिम्मत भी टुटे है इसकी, अंधेरों का साया घूमे हर और  लालच लिए बैठा उस मोड़, आज़ादी के लिए क्यों रोन  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 26,2020 02:33 PM
सब समय की बात है
By P. Sharma in Poetry | वाचलं गेलेलं: 287 | लाइक: 1
परिन्दे आजा़द है पानी भी साफ है हवा बहुत  पाक है सब समय की बात है।।। गलियाँ  वीराना है कैद में इन्सान है मुश्किल   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 1,2020 10:33 AM
वो अगली सुबह
By Shreya Jain in General Literary | वाचलं गेलेलं: 284 | लाइक: 0
                                        वो अगली सुबहअगली सुबह अमन तो जागा लेकिन अम्मी नहीं। यह दास्त  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 7,2020 07:40 PM
ஜன்னலோரம்
By Monika Shanmugam in General Literary | वाचलं गेलेलं: 284 | लाइक: 0
கார்முகில் கூட்டம் முதல் பொறையுடை பூமி வரை மழையின் பயணம் அழகு. குறுகிய ஓடை முதல் படர்ந்த கடல் வரை பாய்ந்தோடும்   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 12,2020 04:02 PM
FAR ❤️
By sk in Poetry | वाचलं गेलेलं: 284 | लाइक: 0
Distance never seperates you and me, through the eyes of the skies  i always meet you in my dreams!! Distance never seperates you and me, try not only to calculate the time we shared.. but also the love when we paired!! Distance never seperates you and me, every minute I remember the beautifu  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2020 08:16 PM
ಏಕಾಂತ ಹಿತವೆನಿಸುತ್ತಿದೆ!
By Harish T H in Poetry | वाचलं गेलेलं: 282 | लाइक: 0
ಏಕಾಂತ ಹಿತವೆನಿಸುತ್ತಿದೆ  ಪ್ರಶಾಂತ ವಾತಾವರಣದಲ್ಲಿ ಕೂತಿರುವಾಗ. ಏಕಾಂಗಿ ನಾನಾಗಿರಲು ನಿನ್ನನ್ನೇ ನೆನೆದೆನು ನಿರ್ಸಗದ ಮಡಿಲಲ್ಲ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 23,2020 01:07 PM
ஊரடங்கு – சபை கூடுகைக்கு தடை ...............
By Evg.Babu.T Thomas in General Literary | वाचलं गेलेलं: 281 | लाइक: 0
ஊரடங்கு – சபை கூடுகைக்கு தடை ...............                                                          &  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 8,2020 06:26 PM
कुछ कह नहीं पाते
By M Tasleem in Poetry | वाचलं गेलेलं: 278 | लाइक: 0
दिल में रख कर भी हम कुछ कह नहीं पाते क्या कहें उनसे सोच कर भी कह नहीं पाते वो जब मिलते हैं दिल धड़कता है सांस रुकती है ह  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 29,2020 07:59 PM
ಸೂರ್ಯನ ಅನಿಸಿಕೆ
By Surya Kiran in Poetry | वाचलं गेलेलं: 278 | लाइक: 1
ಹೂವಿನಂತೆ ಅರಳಿದೆ ನೀನು ಈ ಧರೆಯಲ್ಲಿ...  ಯಾವ್ದೇ ಕೊಂಕಿಲ್ಲ ನಿನ್ನ ಚೆಲುವಿನಲ್ಲಿ...!!!  ಜೋಗದ ಸಿರಿಯಂತೆ ಹರಿದಾಡುವ ಆ ನಿನ್ನ ಕೇಶರಾ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 23,2020 02:39 PM
"ऐ चांद, ऐक गुज़ारिश हे तुमसे"
By Dolafz in Poetry | वाचलं गेलेलं: 277 | लाइक: 1
ऐ चांद, ऐक गुज़ारिश हे तुमसे ; गर मिले कहिं हमसफ़र मेरा बताना उसे : क्यों भटके गुमराह मंजिलो पे,  जबकि खदा महबूब तेरे  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 19,2020 11:44 PM
ஒரு தாயின் வலிகளோடு வரிகள்
By M.Sabeena Bahurudeen in Poetry | वाचलं गेलेलं: 269 | लाइक: 0
உந்தன் பொன்  முக சிரிப்பை காண எனது இரவெல்லாம் விடியல் ஆக்கினேன் ! எனது மடியிலும் நீ தவழ்ந்தாய் ! எந்தன் நேரத்த  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 29,2020 09:04 PM
*हार और जीत जो बहुत मतलब रखती है*
By in True Story | वाचलं गेलेलं: 268 | लाइक: 0
              *हार और जीत जो बहुत मतलब रखती है*  *By Arvind K Pandey* बेगूसराय से कन्हैया कुमार की हार और भोपाल से साध्वी प्  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 4,2020 09:05 AM