इस पुस्तक में वर्तमान और ऐतिहासिकता का मिश्रण लिये समकालीन रूप में नाटक प्रस्तुत किये गये है। नाटक कलाम को सलाम हमारे पूर्व राष्ट्रपति स्व. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन पर आधारित है जिसमें उनके संघर्ष को दर्शाया गया है। देश को किस प्रकार उन्होंने विश्व पटल पर खड़ा किया और भारत की पहचान विश्व में मजबूती के रूप में की। आर्यभट के सटीक गणित, महर्षि दयानन्द सरस्वती के जीवन पर षड्यंत्र, हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र दामोदर दास मोदी के जीवन पर छप्पन इंच का सीना, विवेकानन्द निश्चित रूप से युवाओं के जीवन को उर्जा से भर देगा। पन्नाधाय, झॉंसी की रानी, दुर्गावती, हाड़ारानी,, पदमावती जैसे ऐतिहासिक नाटकों की शौर्य एवं वीरगाथाओं द्वारा शरीर रोमांच से भर जाता है। उक्त नाटकों से वर्तमान में भारतीय संस्कृति से सरोकार होता है। हम कई वर्षों से भारतीय संस्कृति को संजोते आ रहे है। निश्चित रूप से संस्कृति को पुनजीर्वित करने का लेखक का यह प्रयास सफल सिद्ध होगा। यह आशा की जाती है।